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Delhi News: वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौधरी मतीन अहमद ने छोड़ी पार्टी, केजरीवाल की मौजूदगी में AAP में हुए शामिल

Delhi News: दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ नेता और पांच बार विधायक रह चुके चौधरी मतीन अहमद ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। आज उन्होंने AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया।

केजरीवाल ने खुद किया मतीन अहमद का स्वागत

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अरविंद केजरीवाल ने खुद मतीन अहमद के घर जाकर उन्हें पार्टी में शामिल किया। इस मौके पर दिल्ली सरकार में मंत्री इमरान हुसैन भी मौजूद रहे। हालांकि, वर्तमान विधायक अब्दुल रहमान और सीलमपुर की पार्षद हज्जन शकीला इस दौरान वहां नहीं पहुंचे। मतीन अहमद ने 1993 से 2015 तक सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है।

सीलमपुर में AAP का उदय और मतीन का योगदान

सीलमपुर क्षेत्र में मतीन अहमद का काफी प्रभाव रहा है। उन्होंने इस क्षेत्र में कई विकास कार्य किए और जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत रही। लेकिन 2015 और 2020 के चुनावों में AAP ने यहां विजय हासिल की। 2015 में मोहम्मद इशराक और 2020 में अब्दुल रहमान ने इस सीट पर जीत दर्ज की। AAP के इस उदय ने कांग्रेस को इस क्षेत्र में चुनौती दी है और मतीन अहमद का AAP में जाना कांग्रेस के लिए एक और बड़ी चुनौती बन गया है।

मतीन अहमद का राजनीति सफर

मतीन अहमद का राजनीतिक सफर 1993 में कांग्रेस से शुरू हुआ और उन्होंने लगातार पांच बार विधायक का चुनाव जीतकर पार्टी का प्रतिनिधित्व किया। उनके नेतृत्व में सीलमपुर क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं को पूरा किया गया और क्षेत्र के विकास में उनका योगदान सराहनीय रहा। लेकिन 2015 के चुनावों में AAP के उदय के साथ ही मतीन अहमद की राजनीतिक यात्रा में एक बदलाव आया। AAP ने सीलमपुर क्षेत्र में लोगों के बीच नई राजनीति का परिचय दिया और मतीन अहमद ने अब खुद उस पार्टी का हिस्सा बनने का निर्णय लिया है।

Delhi News: वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौधरी मतीन अहमद ने छोड़ी पार्टी, केजरीवाल की मौजूदगी में AAP में हुए शामिल

कांग्रेस के लिए बड़ा झटका

चौधरी मतीन अहमद के कांग्रेस छोड़ने को दिल्ली कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दिल्ली में AAP की बढ़ती लोकप्रियता के चलते कांग्रेस की स्थिति कमजोर होती जा रही है। मतीन अहमद जैसे वरिष्ठ नेता का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए एक बड़े संकट का संकेत है। दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के सामने यह एक गंभीर स्थिति है, जिसमें उसे अपनी रणनीतियों को फिर से परखने की जरूरत है।

क्या कहते हैं AAP के नेता?

इस अवसर पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मतीन अहमद जैसे अनुभवी नेता का AAP में शामिल होना पार्टी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि मतीन अहमद के अनुभव और जन समर्थन से पार्टी को मजबूती मिलेगी। इमरान हुसैन ने भी इस मौके पर मतीन अहमद का स्वागत करते हुए कहा कि उनके जुड़ने से सीलमपुर क्षेत्र में पार्टी का आधार और भी मजबूत होगा। AAP के नेताओं का मानना है कि मतीन अहमद के पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस को सीलमपुर क्षेत्र में और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

भविष्य की राजनीति पर असर

मतीन अहमद का कांग्रेस छोड़कर AAP में जाना दिल्ली की राजनीति पर प्रभाव डाल सकता है। उनके इस कदम से सीलमपुर क्षेत्र में कांग्रेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, वहीं AAP को इसका सीधा लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही, आने वाले विधानसभा चुनावों में भी यह बदलाव महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। AAP अब कांग्रेस के पुराने प्रभाव वाले क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, जो दिल्ली में कांग्रेस के लिए एक नई चुनौती पेश कर रही है।

दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर चौधरी मतीन अहमद का AAP में शामिल होना एक बड़ी राजनीतिक घटना है। जहां एक ओर AAP का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, वहीं कांग्रेस को अपने वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़ने के कारण झटका लगा है। मतीन अहमद जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता का कांग्रेस छोड़ना, न केवल कांग्रेस के लिए चिंता का विषय है, बल्कि AAP के लिए एक नई उपलब्धि भी है।

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